Mankind Pharma joins RDIF over Sputnik V’s distribution in India
Monday October 19, 2020 at 10:19 amमैनकाइंड फार्मा ने रूस डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फण्ड (RDIF) के साथ कोलाब्रेट किया है। यह फैसला मैनकाइंड फार्मा ने भारत में स्पुतनिक वी की बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन को बढ़ाने के लिए किया है। वहीं, मैनकाइंड फार्मा की बात करें तो यह दिल्ली में स्थित है।
अग्रीमेंट के बारे में ज़्यादा जानकारी दिए बिना सूत्रों ने कहा, “मैनकाइंड फार्मा और RDIF ने एन्टीसिपटेड कोवीड-19 वैक्सीन स्पुतनिक वी की बिक्री और डिस्ट्रीब्यूशन को बढ़ाने के लिए को-ऑपेरशन अग्रीमेंट को साइंड किया है। इसका अनाउंसमेंट नेक्स्ट वीक तक किया जा सकता है। RDIF ने इंडियन मनुफैक्टरर्स के साथ शॉट की 300 मिलियन डोज़ का निर्माण करने के लिए अग्रीमेंट साइंड किया है।”
हम आपको बता दें कि, इससे पहले सितंबर में डॉ. रेड्डीज और RDIF ने स्पुतनिक वी वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल और इंडिया में इसके डिस्ट्रीब्यूशन के लिए पार्टनरशिप किया था। वहीं, पार्टनरशिप के रूप में RDIF भारत में डॉ. रेड्डीज को रेगुलेटरी अप्रूवल के हिसाब से वैक्सीन की 100 मिलियन डोज़ की सप्लाई करेगा।
डॉ. रेड्डीज को ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की तरफ से शनिवार को भारत में स्पुतनिक वी के लिए क्लिनिकल ट्रायल्स करने की मंजूरी मिली है। वैसे, यह एक मल्टीसेन्टर और रैंडमोजेड कंट्रोल्ड स्टडी होगा, जिसमें सेफ्टी और इममुनोजेन्सिटी स्टडी भी शामिल होंगे।
क्या आप जानते हैं कि डॉ. रेड्डीज और RDIF ने शुरू में वैक्सीन के फेज 3 ट्रायल्स को कंडक्ट करने की योजना बनाई थी, लेकिन सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड्स कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने कोवीड से संबंधित प्रोपोज़ल्स को अच्छी तरफ से देखा है।
डॉ. रेड्डीज को भारत में फेज 3 के स्टडी के साथ-साथ फेज 2 और 3 के क्लीनिकल ट्रायल को भी कंडक्ट करना है। SEC के अनुसार, फेज I/II स्टडीज में सेफ्टी डेटा छोटा था। वहीं, इंडियन सब्जेक्ट्स में कोई भी डेटा अवेलेबल नहीं था।
अप्रूवल के बाद, डॉ. रेड्डीज अब भारत में 1,500 पार्टिसिपेंट्स को शामिल करेंगे, जिसके बाद वह फेज I/II के ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल्स को शुरू करेंगे। अब बात रूस की करें, तो वह नॉवेल कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए रेगुलेटरी अप्रूवल देने वाला पहला देश है। यह बेलारूस, वेनेजुएला और यूनाइटेड अरब अमीरेट्स में स्पुतनिक वी के फेज III ट्रायल्स का भी कंडक्टिंग कर रहा है।
इस साल अगस्त में, गामालेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा डेवलप्ड किया गया स्पुतनिक वी वैक्सीन को रूस के मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ के ज़रिए रजिस्टर्ड किया गया था, और यह कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का पहला रजिस्टर्ड वैक्सीन बन गया