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वाणिज्य मंत्रालय ने ड्रग सप्लाई पर नज़र रखने के लिए iVEDA पोर्टल का बीटा संस्करण किया लॉन्च!

Monday June 29, 2020 at 7:09 am

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (Union commerce and industry ministry) ने भारत के ड्रग्स के एकीकृत सत्यापन और इसके प्रमाणीकरण (iVEDA) पोर्टल का बीटा संस्करण लॉन्च किया है।
दरअसल, इससे निर्माता निर्यातकों और व्यापारी निर्यातकों को पोर्टल के साथ पंजीकरण करने, कंपनी प्रोफाइल दर्ज करने और सुविधा/साइट की जानकारी को अपडेट करने की सुविधा मिलेगी।

iVEDA वाणिज्य मंत्रालय की एक परियोजना है, जिसे फार्माक्सिकल उत्पादों के लिए ट्रैक और ट्रेस के क्रियान्वयन की सुविधा के लिए सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC) के तकनीकी सहयोग से और फार्मेससिल (Pharmexcil) द्वारा विकसित किया गया है।

वहीं, iVEDA ड्रग्स ऑथेंटिकेशन एंड वेरिफिकेशन एप्लिकेशन (DAVA) पोर्टल की जगह लेगा, जिसने तकनीकी ग्लिच में बाधा उत्पन्न करने वाले निर्माताओं और निर्यातकों को बारकोड पर डेटा अपलोड करने से रोक दिया है।

24 जून, 2020 को वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्यामल मिश्रा द्वारा लॉन्च किया गया, बीटा संस्करण (test run) निर्माता निर्यातकों और व्यापारी निर्यातकों को आसानी से iVEDA पोर्टल के साथ पंजीकरण करने, कंपनी प्रोफाइल अपलोड करने और साइट की जानकारी अपडेट करने में मदद करेगा। बता दें कि, इसके जरिए XML फ़ाइलों के बल्क को अपलोड करना बेहद आसान हो गया है।

XML प्रारूपों में डेटा अपलोडिंग पोर्टल पर सदस्य निर्यातकों द्वारा शुरू की जा सकती है। इसके साथ ही निर्यातक GS1 द्वारा प्रदान किए गए क्रमांकन कोड का उपयोग करना जारी रख सकते हैं या क्रमांकन संख्या के लिए किसी भी सेवा प्रदाता का विकल्प चुन सकते हैं।

बता दें कि, C-DAC से अनुरोध किया जा सकता है कि वे विभिन्न पैकेजिंग स्तरों पर चिपकाए जाने के लिए सीरियल नंबर प्रदान करें। वहीं, बीटा संस्करण कंपनियों और iVEDA प्लेटफॉर्म के बीच सॉफ्टवेयर को एकीकृत करता है।

अगर देखा जाए तो, नई प्रणाली में लचीली होने के कारण अभिभावक-बच्चा/एकत्रीकरण वैकल्पिक होगा। दरअसल, अभिभावक बाल एकत्रीकरण यदि चुना जाता है, तो यह माध्यमिक पैकेज स्तरों (अंतिम बिक्री योग्य पैक के रूप में सबसे कम) और तृतीयक स्तर पर होगा।

कंपनी रेजिस्ट्रेश की प्रक्रिया, एक्सेल से XML कन्वर्शन, बल्क डेटा अपलोड, कोडिंग सिस्टम, क्रमांकन और आदि के लिए सिलसिलेवार तरिके से iVEDA वेब पोर्टल पर कंपनियों के तैयार संदर्भ को उपयोगकर्ता मैनुअल में प्रदान किया गया है, जिसका लिंक: www.iveda-india.in है।

इस बीटा संस्करण की अवधि के दौरान, सभी क्रियाकलापों का वास्तविक समय और मुद्दों पर परीक्षण किया जाएगा। यदि कोई पंजीकरण प्रक्रिया/डेटा अपलोड प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होती है, तो इसका जवाब दिया जाएगा। वहीं, इसे CDAC और Pharmexcil टीम द्वारा संबोधित किया जाएगा।

बीटा संस्करण कंपनियों के लिए 25 जून, 2020 से एक महीने की अवधि के लिए उपलब्ध है, और Pharmexcil ने सभी कंपनियों से 25 जुलाई, 2020 तक वेब पोर्टल के साथ पंजीकरण करने और डेटा अपलोड करने की अपील की है।

देखा जाए तो, Pharmexcil के महानिदेशक उदय भास्कर ने कहा कि इस समय अवधि को वेब पोर्टल और इसके टेम्प्लेट्स, सॉफ्टवेयर इंटीग्रेशन से परिचित कराने के साथ-साथ मुद्दों और चुनौतियों का समाधान करने के लिए रखा गया है।

भास्कर ने आगे कहा कि 20 जुलाई, 2020 तक एक अलग परिपत्र के माध्यम से कंपनियों को उपयोगकर्ता शुल्क की सूचना दी जाएगी।

इसके साथ ही 1 जून, 2020 से शुरू होने वाली हर निर्यात खेप से संबंधित डेटा तैयार, दवा फॉर्मूलेशन से संबंधित निर्माता निर्यातक और मर्चेंट एक्सपोर्टर्स को iVEDA के बीटा वर्जन पर तैयार फॉर्मूले को अपलोड करना है।

विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade (DGFT)) ने कोरोना वायरस प्रकोप के बीच SSI और non-SSI निर्मित दवाओं के लिए ट्रैक और ट्रेस सिस्टम के कार्यान्वयन की तारीख को 1 अक्टूबर, 2020 तक बढ़ा दिया है। दरअसल, DGFT ने यह फैसला पैकेजिंग के स्तर में अभिभावक के संबंध को बनाए रखने और केंद्रीय पोर्टल पर ड्रग तैयार करने के लिए लिया है।

बता दें कि, C-DAC के माध्यम से वाणिज्य मंत्रालय, 1 अप्रैल, 2020 से iVEDA पोर्टल लॉन्च करने वाला था।